Wednesday, June 24, 2020

नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार वह महापुरुष कौन न है जानिए इस वेबसाइट पर


1.इंग्लैण्ड के ज्योतिषी ' कीरो ' ने सन् 1925 में लिखी पुस्तक में भविष्यवाणी की है , बीसवीं सदी अर्थात् सन् 2000 ई . के उत्तरार्द्ध में ( सन् 1950 के पश्चात् उत्पन्न सन्त ) ही विश्व में एक नई सभ्यता ' लाएगा जो सम्पूर्ण विश्व में फैल जावेगी । भारत का वह एक व्यक्ति सारे संसार में ज्ञानक्रांति ला देगा । 2. भविष्यवक्ता " श्री वेजीलेटिन " के अनुसार 20 वीं सदी के उत्तरार्द्ध में , विश्व में आपसी प्रेम का अभाव , मानवता का हास , माया संग्रह की दौड़ , लूट व राज नेताओं का अन्यायी हो जाना आदि -२ बहुत से उत्पात देखने को मिलेगें । परन्तु भारत से उत्पन्न हुई शांति भातृत्व भाव पर आधारित नई सभ्यता , संसार में - देश , प्रांत और जाति की सीमायें तोड़कर विश्वभर में अमन व चैन उत्पन्न करेगी । 3. अमेरिका की महिला भविष्यवक्ता " जीन डिक्सन " के अनुसार 20 वीं सदी के अंत से पहले विश्व में एक घोर हाहाकार तथा मानवता का संहार होगा । वैचारिक के बाद आध्यात्मिकता पर आधारित एक नई सभ्यता सम्भवतः भारत के ग्रामीण परिवार के व्यक्ति के नेतृत्व में जमेगी और संसार से युद्ध को सदा - सदा के लिए विदा कर देगी । 4. अमेरिका के " श्री एण्डरसन " के अनुसार 20 वीं सदी के अन्त से पहले या 21 वीं सदी के प्रथम दशक में विश्व में असभ्यता का नंगा तांडव होगा । इस बीच भारत के एक देहात का एक धार्मिक व्यक्ति , एक मानव , एक भाषा और एक झण्डा की रूपरेखा का संविधान बनाकर संसार को सदाचार , उदारता , मानवीय सेवा व प्यार का सबक देगा । यह मसीहा सन् 1999 तक विश्व में आगे आने वाले हजारों वर्षों के लिए धर्म व सुख - शांति भर देगा । 5. हॉलैण्ड के भविष्यदृष्टा “ श्री गेरार्ड क्राइसे " के अनुसार 20 वीं सदी के अन्त से पहले या 21 वीं सदी के प्रथम दशक में भयंकर युद्ध के कारण कई देशों का अस्तित्व ही मिट जावेगा । परन्तु भारत का एक महापुरूष सम्पूर्ण विश्व को मानवता के एक सूत्र में बांध देगा व हिंसा , फूट - दुराचार , कपट आदि संसार से सदा के लिए मिटा देगा । 6. अमेरिका के भविष्वक्ता " श्री चार्ल्स क्लार्क " के अनुसार 20 वीं सदी के अन्त से पहले एक देश विज्ञान की उन्नति में सब देशों को पछाड़ देगा परन्तु भारत की प्रतिष्ठा विशेषकर इसके धर्म और दर्शन से होगी , जिसे पूरा विश्व अपना लेगा , यह धार्मिक क्रांति 21 वीं सदी के प्रथम दशक में सम्पूर्ण विश्व को प्रभावित करेगी और मानव को आध्यात्मिकता पर विवश कर देगी । 7. हंगरी की महिला ज्योतिषी " बोरिस्का " के अनुसार सन् 2000 ई . से पहले - पहले उग्र परिस्थितियों हत्या और लूटमार के बीच ही मानवीय सद्गुणों का विकास एक भारतीय फरिश्ते के द्वारा भौतिकवाद से सफल संघर्ष के फलस्वरूप होगा , जो चिरस्थाई रहेगा , इस आध्यात्मिक व्यक्ति के बड़ी संख्या में छोटे - छोटे लोग ही अनुयायी बनकर भौतिकवाद को आध्यात्मिकता में बदल  देंगे8. फ्रांस के डॉ . जूलर्वन के अनुसार सन् 1990 के बाद योरोपीय देश भारत की धार्मिक सभ्यता की ओर तेजी से झूकेंगे । सन् 2000 तक विश्व की आबादी 640 करोड़ के आस - पास होगी । भारत से उठी ज्ञान की धार्मिक क्रांति नास्तिकता का नाश करके आँधी तूफान की तरह सम्पूर्ण विश्व को ढक लेगी । उस भारतीय महान आध्यात्मिक व्यक्ति के अनुयाई देखते - देखते एक संस्था के रूप में ' आत्मशक्ति ' से सम्पूर्ण विश्व पर प्रभाव जमा लेंगे । 9. फ्रांस के " नास्त्रेदमस " के अनुसार विश्व भर में सैनिक क्रांतियों के बाद थोड़े से ही अच्छे लोग संसार को अच्छा बनाएंगे । जिनका महान् धर्मनिष्ठ विश्वविख्यात नेता 20 वीं सदी के अन्त और 21 वीं सदी की शुरूआत में किसी पूर्वी देश से जन्म लेकर भ्रातृवृत्ति व सौजन्यता द्वारा सारे विश्व को सूत्र में बांध देगा । ( नास्त्रेदमस शतक 1 श्लोक 50 में प्रमाणित कर रहा है ) तीन ओर से सागर से घिरे द्वीप में उस महान संत का जन्म होगा । उस समय तत्व ज्ञान के अभाव से अज्ञान अंधेरा होगा । नैतिकता का पतन होकर , हाहाकार मचा होगा । वह शायरन ( धार्मिक नेता ) गुरुवर अर्थात् गुरुजी को वर ( श्रेष्ठ ) मान कर अपनी साधना करेगा तथा करवाएगा । वह धार्मिक नेता ( तत्वदर्शी सन्त ) अपने धर्म बल अर्थात् भक्ति की शक्ति से तथा . तत्वज्ञान द्वारा सर्व राष्ट्रों को नतमस्तक करेगा । एशिया में उसे रोकना अर्थात् उस के प्रचार में बाधा करना पागलपन होगा अधिक जानकारी के लिए देखिए साधना टीवी 7:30 बजे और हमारा संपर्क सूत्र है 9416296541,9416296397,9813844747

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